Breaking News
Today in history         ||           Today in history         ||           1 मार्च 2024 से, 19 किलोग्राम वाले कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में ₹25.50 की वृद्धि ।         ||           Google's removal of matrimony apps sparks Indian startup turmoil.         ||           Today in history         ||           यूपी बोर्ड इंटरमीडिएट परीक्षा पेपर लीक: मुख्य आरोपी विनय चौधरी अभी भी फरार         ||           Today in history         ||           हर्ष महाजन: वीरभद्र सिंह के रणनीतिकार से भाजपा के राज्यसभा सदस्य         ||           Leaplings: Celebrate once every four years, age gracefully!         ||           A film studio         ||           Today in history         ||           2000 रु नोट वापसी: अर्थव्यवस्था पर असर         ||           From security guard's daughter to UK college graduate: Dad's belief         ||           Golden Age of Hindi cinema         ||           Today in history         ||           युद्ध की भीषण तबाही के दो साल- आखिर हासिल क्या ?         ||           Hungary approved Sweden's NATO membership. Sweden will be the 32nd member.         ||           हंगरी ने स्वीडन को नाटो में शामिल होने की मंजूरी दी, नाटो मे स्वीडन अब 32 वां सदस्य         ||           Today in history         ||           World NGO Day: Celebrating NGOs' Global Impact and Vision         ||           
close
Close [X]
अब तक आपने नोटिफिकेशन सब्‍सक्राइब नहीं किया है. अभी सब्‍सक्राइब करें.

A PHP Error was encountered

Severity: Notice

Message: Trying to access array offset on value of type null

Filename: views/view_news_details.php

Line Number: 3

Backtrace:

File: /home1/vniindia/public_html/application/modules/news/views/view_news_details.php
Line: 3
Function: _error_handler

File: /home1/vniindia/public_html/application/third_party/MX/Loader.php
Line: 351
Function: include

File: /home1/vniindia/public_html/application/third_party/MX/Loader.php
Line: 294
Function: _ci_load

File: /home1/vniindia/public_html/application/modules/news/controllers/News.php
Line: 165
Function: view

File: /home1/vniindia/public_html/index.php
Line: 300
Function: require_once


Home >> मजरूह सुल्तानपुरी की जन्म तिथि पर

मजरूह सुल्तानपुरी की जन्म तिथि पर


admin ,Vniindia.com | Monday October 01, 2018, 08:08:00 | Visits: 676







नई दिल्ली 01 अक्टूबर, (सुनील कुमार /वीएनआई) मजरूह सुल्तानपुरी (जन्म- 1 अक्टूबर, 1919, उत्तर प्रदेश; मृत्यु- 24 मई, 2000, मुम्बई) भारतीय हिन्दी सिनेमा के प्रसिद्ध शायर और गीतकार थे। इनका पूरा नाम 'असरार उल हसन ख़ान' था। इनके लिखे हुए कलाम में ज़िंदगी के अनछुए पहलुओं से रूबरू कराने की ज़बरदस्त क्षमता थी।। इसके साथ ही उन्होंने प्रेम को भी नया रंग और ताजगी प्रदान करने की पूरी कोशिश की।



मजरूह ने लखनऊ  से यूनानी पद्धति की मेडिकल की परीक्षा उर्तीण की थी। इसके बाद में वे एक हकीम के रूप में काम करने लगे थे। बचपन के दिनों से ही मजरूह सुल्तानपुरी को शेरो-शायरी करने का काफ़ी शौक़ था और वे अक्सर सुल्तानपुर में हो रहे मुशायरों में हिस्सा लिया करते थे। इस दौरान उन्हें काफ़ी नाम और शोहरत भी मिली। उन्होंने अपनी मेडिकल की प्रैक्टिस बीच में ही छोड़ दी और अपना सारा ध्यान शेरो-शायरी की ओर लगाना शुरू कर दिया। इसी दौरान उनकी मुलाकात मशहूर शायर 'जिगर मुरादाबादी' से हुई। वर्ष 1945 में  एक मुशायरे में हिस्सा लेने के लिए मजरूह सुल्तानपुरी मुम्बई  आए। मुशायरे के कार्यक्रम में उनकी शायरी सुनकर मशहूर निर्माता ए.आर. कारदार उनसे काफ़ी प्रभावित हुए और उन्होंने मजरूह सुल्तानपुरी से अपनी फ़िल्म के लिए गीत लिखने की पेशकश की।



जिगर मुरादाबादी की सलाह पर मजरूह सुल्तानपुरी फ़िल्म में गीत लिखने के लिए राजी हो गए।  मजरूह ने नौशाद  के  लिए पहला  गीत  लिखा  'जब उसने गेसू बिखराए, बादल आए झूम के' । मजरूह के गीत लिखने के अंदाज से नौशाद काफ़ी प्रभावित हुए।  मजरूह ने  नौशाद   के लिए 1946 में आई फ़िल्म शाहजहाँ के लिए गीत 'जब दिल ही टूट गया' लिखा, जो बेहद लोकप्रिय हुआ। इसके बाद मजरूह सुल्तानपुरी और संगीतकार नौशाद   ने 'अंदाज', 'साथी', 'पाकीजा', 'तांगेवाला', 'धरमकांटा' और 'गुड्डू' जैसी फ़िल्मों में एक साथ काम किया। फ़िल्म 'शाहजहाँ' के बाद 'अंदाज' , 'मेहन्दी' जैसी फ़िल्मों में अपने  गीतों की सफलता के बाद मजरूह सुल्तानपुरी बतौर गीतकार  शायर  फिल्मों  में छा  गए । 



अपनी वामपंथी विचार धारा के कारण मजरूह सुल्तानपुरी को कई बार कठिनाइयों का भी सामना करना पड़ा। कम्युनिस्ट विचारों के कारण उन्हें जेल भी जाना पड़ा। मजरूह सुल्तानपुरी के सिने कैरियर में उनकी जोड़ी संगीतकार एस.डी. बर्मन के साथ भी खूब जमी। एस.डी. बर्मन और मजरूह सुल्तानपुरी की जोड़ी वाली फ़िल्मों में 'पेइंग गेस्ट', 'नौ दो ग्यारह', 'सोलवां साल', 'काला पानी', 'चलती का नाम गाड़ी', 'सुजाता', 'बंबई का बाबू', 'बात एक रात की', 'तीन देवियां', 'ज्वैलथीफ़' और 'अभिमान' जैसी सुपरहिट फ़िल्में शामिल हैं। मजरूह सुल्तानपुरी के महत्त्वपूर्ण योगदान को देखते हुए वर्ष 1993 में उन्हें फ़िल्म जगत के सर्वोच्च सम्मान 'दादा साहब फाल्के पुरस्कार' से नवाजा गया। इसके अलावा वर्ष 1964 मे प्रदर्शित फ़िल्म 'दोस्ती' में अपने रचित गीत 'चाहूँगा मैं तुझे सांझ सवेरे' के लिए वह सर्वश्रेष्ठ गीतकार के 'फ़िल्म फ़ेयर' पुरस्कार से भी सम्मानित किए गए।



जाने-माने निर्माता-निर्देशक नासिर हुसैन की फ़िल्मों के लिए मजरूह सुल्तान पुरी ने सदाबहार गीत लिखकर उनकी फ़िल्मों को सफल बनाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई। मजरूह सुल्तानपुरी ने सबसे पहले नासिर हुसैन की फ़िल्म 'पेइंग गेस्ट' के लिए सुपरहिट गीत लिखा। उनके सदाबहार गीतों के कारण ही नासिर हुसैन की अधिकतर फ़िल्में आज भी याद की जाती हैं। इन फ़िल्मों में ख़ासकर 'फिर तीसरी मंजिल', 'बहारों के सपने', 'प्यार का मौसम', 'कारवाँ', 'यादों की बारात', 'हम किसी से कम नहीं' और 'जमाने को दिखाना है' जैसी कई सुपरहिट फ़िल्में शामिल हैं।



मजरूह  की मुख्य फ़िल्में 'अंदाज', 'साथी', 'पाकीजा', 'तांगेवाला', 'धरमकांटा', 'पेइंग गेस्ट', 'नौ दो ग्यारह', 'काला पानी', 'चलती का नाम गाड़ी', 'बंबई का बाबू', 'तीन देवियां', 'ज्वैलथीफ़' और 'अभिमान' आदि। मजरूह सुल्तानपुरी ने अपने चार दशक से भी अधिक लंबे सिने कैरियर में लगभग 300 फ़िल्मों के लिए 4000 गीतों की रचना की। उनके   ज्यादातर   गीत शायरी में  बेमिसाल थे ,गीतों  में बातचीत  का  अंदाज  पेश  करना  उन्ही  की पहल  थी । इस महान शायर और गीतकार ने 24 मई, 2000 को इस दुनिया को अलविदा  कह दिया।



Latest News




कमेंट लिखें


आपका काममें लाइव होते ही आपको सुचना ईमेल पे दे दी जायगी

पोस्ट करें


कमेंट्स (

A PHP Error was encountered

Severity: Warning

Message: count(): Parameter must be an array or an object that implements Countable

Filename: views/view_news_main_comment.php

Line Number: 41

Backtrace:

File: /home1/vniindia/public_html/application/modules/news/views/view_news_main_comment.php
Line: 41
Function: _error_handler

File: /home1/vniindia/public_html/application/third_party/MX/Loader.php
Line: 351
Function: include

File: /home1/vniindia/public_html/application/third_party/MX/Loader.php
Line: 294
Function: _ci_load

File: /home1/vniindia/public_html/application/modules/news/views/view_news_details.php
Line: 137
Function: view

File: /home1/vniindia/public_html/application/third_party/MX/Loader.php
Line: 351
Function: include

File: /home1/vniindia/public_html/application/third_party/MX/Loader.php
Line: 294
Function: _ci_load

File: /home1/vniindia/public_html/application/modules/news/controllers/News.php
Line: 165
Function: view

File: /home1/vniindia/public_html/index.php
Line: 300
Function: require_once

0)


Sorry, No Comment Here.

संबंधित ख़बरें